
निसंदेह हमारे समाज का आर्थिक स्तर पिछले कुछ बरसो से सुधरा है, परंतु शैक्षणिक स्तर में गिरावट देखी जा रही है। हमारे समकक्ष माना जाने वाला चारण समाज आज हमको काफी पिछे छोड़ चुका है, जिसका कारण शिक्षा है। आज चारण समाज में प्रशासनिक अधिकारियों की लंबी कतार लग गई है। जिसका कारण समाज में टीम वर्क की भावना होना है। हम अपनी उर्जा आपसी टांग खिंचाई में ही वेस्ट कर रहै है, परिणाम आपके समक्ष है, समाज में आज एक भी आरएएस या विधायक नहीं है। अतः अन्य समाज को देखकर प्रैरणा लेकर समाज हित में सकारात्मक, रचनात्मक मानसिकता वाले व उर्जावान युवाऒ को आगे आकर समाजसेवी संगठन खड़े करने चाहिए। सबको अलग-अलग क्षैत्र चुनकर समाजहित में काम करना चाहिए।
राजस्थान में विधानसभा के चुनाव में एक साल रह गया है, समाज संगठित होगा तो सभी राजनेतिक दल वोट के लिए आएंगे, समाज के वोट संगठित होंगे तो हार-जीत में निर्णायक साबित होंगे, ऎसा संदेश जाना चाहिएं। जहां भी समाज के वोट ज्यादा हो वहा टिकट की दावेदारी भी एकजुट होकर करनी चाहिए, चाहें टिकट मिले या ना मिले।प्रायः ऎसा देखा जा रहा है कि समाज का कोई साधारण व्यक्ति जब विकास की सीढ़ियां चढकर उस स्तर पर पहुँचता है, जहाँ एक वर्ग विशेष अपना एकाधिकार समझता है, तब वो व्यक्ति उस नए व्यक्ति का इतिहास खंगालकर कमियां ढूंढने लगता है। ताकि उसकी गरिमा को ठेस पहुँचाई जा सके। ऎसी गतिविधियों पर अंकुश समाजहित में जरुरी है, अपनी ताकत ऎसे कामो में न खर्च कर समाजहित में करनी चाहिए।
राव समाज शनै-शनै उस मुकाम पर पहुँचने की तैयारी में है, जहां अन्य वर्ग बरसों से अपना एकाधिकार समझते हैं। एक चुनौती है, हमको स्वीकार करनी होगी। भाईयों, ऎसे में वो प्रभावशाली वर्ग के लोग राव समाज के संगठन में कमियां ढूंढने के प्रयास करेंगे मगर एकजुटता की परिचय से शायद उनकी आंखें चुंधियां जाएगी।लेकिन, सिर्फ गौरवपूर्ण इतिहास के बलबूते पर ही कोई वर्ग उन्नति नहीं कर सकता, समाज के संगठनो को अपने अधिकारों व वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अपनी स्थिति से अवगत कराना होगा। बस, सब समस्याऒ को चर्चाऒ में तब्दील किए जा रहे है, उन पर लंबे-चौड़े भाषण देना आम हो गया है। समस्याऒ का सारा अस्तित्व मानों सभा, सम्मेलन, विचार गोष्ठियों तक सिमट गया हैं। अन्तत् समाज के सभी संगठनो को व्यक्तिगत जीवन की बजाए सामूहिक जीवन की समस्याऒ पर ध्यान देना शुरु करना चाहिए वरना् आनेवाला कल अत्यधिक चुनौतीपूर्व होगा।
(पाठकों से इस लेख पर प्रतिक्रिया सादर प्रार्थनीय है)
राव गुमानसिंह रानीवाड़ा
अध्यक्ष
शासनिक राव युवा परिषद संस्था
bhinmal
९४१४५८९८४२
९८२९४४१४८७
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